IPO

आईपीओ (IPO) क्या है?

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आइपीओ (IPO) का फुल फॉर्म इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग (Initial Public Offering) होता है। जब एक कंपनी अपने समान्य स्टॉक या शेयर को पहली बार जनता के लिए जारी करता है तो उसे आईपीओ(IPO) कहते हैं। आईपीओ से पहले, एक कंपनी सीमित शेयरधारकों के साथ निजी तौर पर कारोबार करती है तथा शेयर धारकों की संख्या भी सीमित होती है। लिमिटेड कंपनियों द्वारा आईपीओ इसलिए जारी किया जाता है जिससे वह शेयर बाजार में सूचीबद्ध हो सके, शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने के बाद कंपनी के शेयरों की खरीद शेयर बाजार में हो पाती है तथा शेयर धारकों की संख्या भी बढ़ जाती है। कंपनी निवेश या विस्तार करने की हालत में फंडिंग इकट्ठा करने के लिए आईपीओ जारी करती है।

आईपीओ (IPO) लाने के कारण

किसी भी प्राइवेट कंपनी द्वारा आईपीओ(IPO) लाने के तीन मुख्य कारण होते है:-

  1. अपने व्यवसाय के विस्तार के लिए
  2. पूंजी जुटाने के लिए
  3. किसी नए उत्पाद या सेवा को प्रारंभ करने के लिए

आईपीओ(IPO)जारी करने की प्रक्रिया के चरण  

किसी भी कंपनी द्वारा आईपीओ (IPO) जारी करने हेतु कंपनी को सेबी द्वारा निर्गत दिशा निर्देश के अनुसार ही प्रक्रिया का पालन करना होता है और ये कदम इस क्रम में उठाए जाते हैं: 

  1. मर्चेंट बैंकर की नियुक्ति।
  2. सेबी को एक रजिस्ट्रेशन स्टेटमेंट के साथ एप्लीकेशन देना ।
  3. सेबी से IPO की मंजूरी लेना।
  4. ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस(DRHP)तैयार करना।
  5. IPO का साइज का निर्धारण ।
  6. जारी किए जाने वाले शेयर की संख्या का निर्धारण।
  7. कंपनी इश्यू क्यों ला रही है और उससे जुटाए गए पैसों का क्या इस्तेमाल किया जाएगा। 
  8. कंपनी के बिजनेस का पूरा ब्यौरा, बिजनेस मॉडल, खर्चे आदि।
  9. सभी फाइनेंशियल कागजात।
  10. मैनेजमेंट का नजरिया कि आने वाले समय में कंपनी का करोबार कैसा रहने वाला है। 
  11. बिजनेस से जुड़े सभी रिस्क।
  12. मैनेजमेंट से जुड़े लोगों की पूरी जानकारी।

आईपीओ(IPO)के प्रकार

आईपीओ दो तरह के होते हैं:—

फिक्स्ड प्राइस आईपीओ (Fixed Price IPO)

आईपीओ जारी करने वाली कंपनी आईपीओ जारी करने से पहले इनवेस्टमेंट बैंक (INVESTMENT BANK) के साथ मिलकर आईपीओ के प्राईस के बारे में चर्चा करती है. इनवेस्टमेंट बैंक के साथ मिटिंग में कंपनी आईपीओ का प्राईस डिसाइड करती है. उस फिक्स प्राईस पर ही कोई भी इनवेस्टर आईपीओ को सबस्क्राईब कर सकते हैं। आप केवल उसी प्राइस पर आईपीओ खरीद सकते हैं जो प्राईस निर्धारित किए गए है। यदि निवेशक इस IPO में हिस्सा  लेते हैं, तो उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि वे आवेदन करते समय शेयरों की पूरी कीमत का भुगतान करें.

बुक बिल्डिंग आईपीओ (Book Building IPO)

बुक बिल्डिंग के मामले में IPO शुरू करने वाली कंपनी निवेशकों को शेयरों पर 20% मूल्य बैंड प्रदान करती है. इच्छुक निवेशक अंतिम कीमत तय होने से पहले शेयरों पर बोली लगाते हैं. यहां निवेशकों को उन शेयरों की संख्या निर्दिष्ट करने की आवश्यकता है जिन्हें वे खरीदना चाहते हैं और वह राशि जो वे प्रति शेयर भुगतान करने को तैयार हैं। सबसे कम शेयर की कीमत को फ्लोर प्राइस के रूप में जाना जाता है और उच्चतम स्टॉक मूल्य को कैप प्राइस के रूप में जाना जाता हैं। शेयरों की कीमत के संबंध में अंतिम निर्णय निवेशकों की बोलियों द्वारा निर्धारित किया जाता हैं।

IPO से जुड़े खास शब्द (Few key IPO jargons)

अंडर सब्सक्रिप्शन (Under Subscription)

मान लीजिए कंपनी पब्लिक को 100,000 शेयर बेचना चाहती है, लेकिन बुक बिल्डिंग के दौरान पता चलता है कि सिर्फ 90,000 शेयरों के लिए ही बिड आए हैं तो कहा जाता है कि इश्यू अंडर सब्सक्राइब हो गया। ये कंपनी के लिए अच्छी स्थिति नहीं मानी जाती क्योंकि ऐसे में ये माना जाएगा कि पब्लिक को इश्यू पसंद नहीं आया।

ओवर सब्सक्रिप्शन (Over Subscription)

अगर 100,000 शेयरों के इश्यू के लिए 200,000 बिड आ गए तो कहा जाता है कि इश्यू दो गुना ओवर सब्सक्राइब हो गया।

ग्रीन शू ऑप्शन (Green Shoe Option)

अंडर राइटिंग एग्रीमेंट के तहत इश्यूर को ओवर सब्सक्रिप्शन की स्थिति में अतिरिक्त शेयर एलॉट (आमतौर पर 15%) करने का अधिकार होता है। इसे ओवरएलॉटमेंट ऑप्शन भी कहते हैं।

फिक्स्ड प्राइस IPO (Fixed Price IPO)

कई बार कंपनियां प्राइस बैंड की जगह शेयर की कीमत तय करके IPO लाती हैं। इसे फिक्स्ड प्राइस IPO कहते हैं । 

प्राइस बैंड और कट ऑफ प्राइस (Price Band & Cut off Price)

प्राइस बैंड उस दायरे को कहते हैं जिसे अंदर शेयर जारी किए जाते हैं। मान लीजिए प्राइस बैंड 100 से 130 का है और इश्यू बंद होने पर शेयर की कीमत 125 तय होती है तो 125 रूपए को कट ऑफ प्राइस कहा जाता है।

प्रिय दोस्तों उम्मीद करता हूं कि आपको मेरा यह आर्टिकल के माध्यम से समझ आ गया होगा कि आई पी ओ (IPO) क्या है। आगे भी इसी तरह आपको अपने आर्टिकल के माध्यम से स्टाक मार्केट के बारे में जानकारी प्रदान करता रहूँगा। दोस्तों यदि आप आईपीओ (IPO) से संबंधित कोई और जानकारी पूछना चाहते हैं तो कमेंट करें हम आपके सवालों का जवाब जरूर देंगे।

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